तेरी रहगुज़र पे मेरी नज़र
तुझे ढूंढती है ओ बेखबर
शबो रोज़ है तेरी जुस्तुजू
मेरी ज़िंदगी बस अब आ इधर
तुझे किस तरह मैं पुकार लूं
तुझे कैसे मैं आवाज़ दूं
तेरे नाम से भी हूं बेखबर
मेरी ज़िंदगी बस अब आ इधर
तू ही दिलरुबा तू ही दिलनशीं
तू ही माहरू तू ही महजबीं
तू ही हमक़दम तू ही हमसफ़र
मेरी ज़िंदगी बस अब आ इधर
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